IAS Interview Questions : दोस्तों, आईएएस (IAS) (UPSC) परीक्षा का इंटरव्यू हर साल अपने सवालों के चलते काफी जादा चर्चाओं में रहता हैं। कहा जाता है कि यहां कैंडिडेट्स से कुछ भी पूछा जा सकता है इस परीक्षा को पास करने में अच्छे -अच्छों के पसीने छूट जाते हैं। पर डर किस बात की अगर तैयारी अच्छे से हो जाए तो। यूपीएससी इंटरव्यू की तैयारी भी काफी अच्छे तरीके से करनी चाहिए।
इसलिए हम आज कुछ ट्रिकी सवाल और उनके जवाब बता रहे हैं। संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) सिविल सर्विसेज 2020 की शुरूआती परीक्षा के बाद कैंडिडेट्स मेन्स की तैयारी में लगते हैं। इसमें सफलता मिलने के बाद इंटरव्यू शुरू हो जाते है। सिविल सर्विस एग्जाम 2019 (Civil Services Exam 2019) पर्सनैलिटी टेस्ट (Personality Test) यानी इंटरव्य काफी मुश्किल होता है जिसके लिए छात्रों को अलग से मेहनत करनी पड़ती है।
ज्ञान के अलावा यहा दिमागी जांच ज्यादा की जाती है। इसीलिए इस परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए हम आईएएस परीक्षा के इंटरव्यू में पूंछे जानें वाले कुछ महत्वपूर्ण सवाल और उनके जवाब बताने जा रहे है।
सवाल:-
1: मोहित के दोस्त के पास 370 अंडे थे 37 मोहित ने छिपा दिए तो मोहित के पास कितने अंडे बचे?
2: क्या जानवर को भी हार्ट अटैक आ सकते हैं ?
3: पेट्रोल को हिन्दी में क्या कहते हैं ?
4: अगर दिन में तारे चमके, रात को सूरज तो क्या होगा ?
5: IP का मतलब क्या हैं?
6: वह क्या है जो जिसके पास जितना होगा कम ही दिखाई देगा ?
7: ऐसा कौन सा रूम है जिसमें न खिड़की है न दरवाज़ा ?
8: प्लास्टिक मनी किसे कहा जाता है ?
9: विश्व का सबसे बड़ा चौराहा कौन सा है?
10: गंधर्व विवाह क्या है?
जवाब:-
1: 37, आप किसी से जितना अंडा लोगे, उतने ही अंडे आपके पास होंगे।
2: जी हां, किसी भी जानवर को हार्ट अटैक आ सकता है। दिल की बीमारी इंसानों और चिम्पांज़ी में एक समान होती है। पालतू कुत्ते और बिल्लियों में भी हार्ट अटैक देखने में आया है। कुत्तों को वॉल्व की बीमारी भी होती है।
3: शिलातैल
4: कुछ नहीं होगा ,आप दोनों के नाम बदल लेंगे,दिन को रात,रात को दिन कहना शुरू कर देंगे।
5: Internet Protocol
6: अंधेरा
7: सवाल सुनकर लोग झट से बाथरूम कह देते हैं लेकिन इसका सही जवाब है- मशरूम।
8: क्रेडिट कार्ड को
9: लाल चौक (मास्को)
10: प्राचीन भारतीय स्मृतिकारों ने विवाह के जो आठ प्रकार मान्य किए थे, गंधर्व विवाह उनमें से एक है। इस विवाह में वर-वधू को अपने अभिभावकों की अनुमति लेने की ज़रूरत नहीं पड़ती थी। युवक युवती के परस्पर राजी होने पर किसी श्रोत्रिय के घर से लाई अग्नि से हवन करने के बाद हवन कुंड के तीन फेरे परस्पर गठबंधन के साथ कर लेने मात्र से इस प्रकार का विवाह संपन्न मान लिया जाता था। इसे आधुनिक प्रेम विवाह का प्राचीन रूप भी कह सकते हैं।